केरल गोल्ड स्मगलिंग केस एक बार फिर चर्चा में है. दरअसल,केरलकेसीएमपीविजयनकोदुबईमेंनोटोंसेभराबैगदियास्वप्नासुरेशकागंभीरआरोप इस केस में मुख्य आरोपी स्वप्ना सुरेश ने केरल के मुख्यमंत्री पी विजयन पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उनका दावा है कि उन्होंने दुबई में पी विजयन को नोटों सेभरा बैग दिया. स्वप्ना सुरेश के इन आरोपों पर पलटवार करते हुए विजयन ने इसे राजनीतिक साजिश करार दी. इस पर स्वप्ना सुरेश ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा किउनके आरोप किसी भी राजनीतिक एजेंडेका हिस्सा नहीं है. उन्होंने कहा, मेरी जान को खतरा है. स्वप्ना सुरेश ने मंगलवार को कहा कि केरल गोल्ड स्मगलिंग केस में केरल सीएम पी विजयन, उनकी पत्नी और बेटी शामिल रहीहैं.समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक,स्वप्ना सुरेश ने बताया, '' मैंने कोर्ट में 164 बयान दिए. इनमें जान को खतरा भी बताया. मैंने कोर्ट में बताया कि इस केस में कौन कौन शामिल थे. सुरेश ने कहा, ''मैंने कोर्ट में याचिका दायर कर सुरक्षा भी मांगी है. इस पर कोर्ट विचार कर रहा है. मैंने कोर्ट में स्वीकार किया है कि इस केस में केरल के मुख्य सचिव एम शिवशंकर, सीएम, सीएम की पत्नी कमला और सीएम की बेटी वीना, तत्कालीन मंत्री के जलील और अन्य अफसर शामिल थे.''इतना ही स्वप्ना ने दावा किया है कि जब सीएम विजयन 2016 में दुबई गए थे, तब उन्हें पैसों से भरा बैग दिया गया था. स्वप्ना सुरेश ने बताया, 2016 की बात है. मुख्य सचिव शिवशंकर ने मुझसे संपर्क किया, उस वक्त सीएम विजयन दुबई में थे. मैं उस वक्त दूतावास में सचिव थी. शिवशंकर ने मुझसे कहा कि सीएम एक बैग भूल गए हैं, जिसे तुरंत दुबई ले जाना है.महावाणिज्य दूतावास के निर्देश के मुताबिक, बैग को दूतावास में एक राजनयिक के जरिए सीएम को भेजा गया. जब वाणिज्य दूतावास में बैग लाया गया, तो हमने पाया कि इसमें पैसे थे. स्वप्ना सुरेश ने कहा, उन्हें मुख्य सचिव जयशंकर ने जो निर्देश दिए थे, वे बस वैसा ही कर रही थीं. सुरेश के मुताबिक, हमने बिरयानी के भारी बर्तनों को दूतावास से मुख्यमंत्री के आधिकारिक आवास क्लिफ हाउस ले जाया जाता था. इनमें सिर्फ बिरयानी नहीं होती थी, इनमें मेटल की भारी चीजें होती थीं. सुरेश ने कोर्ट से इस मामले में उचित चांज कराने की मांग की.दरअसल, जुलाई 2019 में तिरुअनंतपुरम एयरपोर्ट पर कस्टम अफसरों को सूचना मिली थी कि यहां बड़ी मात्रा में सोना पहुंचने वाला है. इसके बाद कार्गो फ्लाइट के जरिए जैसे ही सोना एयरपोर्ट पहुंचा, इसे कस्टम ने जब्त कर लिया. इस पैकेट में करीब 13 करोड़ रुपए का 30 किलो सोना जब्त किया गया था. लेकिन जब कस्टम ने पैकेट पर पता देखा, तो ये वाणिज्य दूतावास का था. ऐसे में जब पैकेट को विएना समझौते के तहत सीनियर अफसर की अनुमति से दूतावास के प्रतिनिधि के सामने खोला गया. इसके बाद दूतावास के प्रतिनिधि सरीथ (पब्लिक रिलेशन एडवाइजर) को हिरासत में लिया गया था. सरीथ ने पूछताछ में स्वप्ना सुरेश का नाम लिया. इस मामले में विपक्ष पी विजयन पर गंभीर आरोप लगाते रहे हैं.